Children
By Dr. Padmja Sharma
In a house where Children
Giggle and Chuckle
In that house
You don’t need to pray
Everyone sleep peacefully now
Cause the children are awake
On Earth
In this night we can all go for a stroll
Cause the children are
Looked upon by all the stars
Come, lets talk to kids in a baby like manner
As they will grow old quickly
Children are chirping like birds
Lets learn how to chirp from them
We elders too
Right now children are flying in their dreams
In this limitless sky
Be careful that no eagle comes their way.
How beautiful is this view,
its time for tuition
and children are playing with ball
Bright sun like children
Raw yarn like children
Purest saint like children
जिस घर में बच्चे
खिल खिल हँसते हैं
उस घर में
किसी प्रार्थना की जरूरत नहीं
अभी सब चैन की नींद सो जाओ
कि जाग रहे हैं बच्चे
पृथ्वी पर
इस रात हम सब टहलने जा सकते हैं
कि बच्चों की निगरानी पर हैं
आसमान के सारे तारे
आओ बच्चों से तुतलाकर बात करें
कल ये बड़े हो जाएंगे
बच्चे चिड़ियों की तरह चहक रहे हैं
सीख लें इनसे चहकना
हम बड़े भी
अभी बच्चे सपनों में उड़ रहे हैं
अनंत आसमान में
ध्यान रहे कोई बाज न आ जाए
यह दृश्य कितना मनभावन है
कि ट्यूशन का समय है
और बच्चे गेंद खेल रहे हैं
उजली धूप -से बच्चे
कच्चे सूत – से बच्चे
पहुंचे हुए अवधूत – से बच्चे