It’s time for the girls now/आ रही हैं लड़कियां

Now girls don’t live in past or the present

They live in this moment

They smile and laugh

Without discriminating between boys and girls

They make friends now

They with no inhibitions

Share their stories on facebook, to the world

when they feel like

They just go to a café or a restaurant

To a cinema hall

Or to a friend’s place for _____

The dark allies and the dark streets,

The faraway and unknown places

Try to scare a lot

But, like us

Our girls are not scared anymore.

They pick their bags

for a week or ten days

Go for hiking to the Himalayas

Without any hesitation

Our Girls

They finish their work with all delicacy

Whether it is office, market or home

Beautifully

They complete all their responsibilities

Our Girls

I have learned this truth now

That no one knows tomorrow

And Till now they have suffered

At the hands of respect, society, culture, tradition, religion.

They have learned that this life that they have

Is the only truth

Who knows tomorrow

And that’s why they will live every moment

One side girls are hurt and killed

On the other side

they are strongly fighting the winds against them

And moving ahead in life

Girls

The World! welcome now it’s the time for girls

आ रही हैं लड़कियां

आजकल लड़कियां न कल में जीती हैं न आज में

वे जीती हैंअब में

हंसती हैं खिलखिलाती हैं

लड़की लड़केमेंभेद किएबिना

दोस्त बनाती हैं लड़कियां

अपने अपने किस्से कहानियाँ खुलकर फेस बुक पर

बतलाती हैं लड़कियां

मन कियाउठकर चल देती हैं

किसी कैफे रेस्तरांमें

सिनेमा हॉलमें

या फिर किसी दोस्त के घरहुड़दंग मचानेलड़कियां

डराते तो बहुत हैं अँधेरे

परअंधेरों अनजान जगहों दूरियों धमकियोंसे

हमारी तरह

कहाँ डरती हैं आजकल हमारीलड़कियां

उठाया बैग औरहफ्तेदस दिन के लिए

किसी पर्वतीय प्रदेश में घूमने भी

निकल जाती हैं बेधड़कलड़कियां

निपटाती हैं सहजता से सारे अपने काम

काम चाहेघर के हों बाजार के या दफ्तर के

बड़ी खूबसूरती से कर रही हैं

अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन लड़कियां

वे जान गयी हैं यह सच

कि किसी ने नहीं देखा कल

अब तक उनके साथ होता आया है

लोक लाज नाक इज्जत संस्कृति परम्परा धर्मके नाम पर घिनौनाछल

वे जान गयी हैं कियह जोजिन्दगी मिली है

यही है सच

किसने देखा हैकल

इसलिएआजकल लड़कियांजी रही हैं हर पल

इधर मारी जा रही हैं लड़कियां

उधर विपरीतहवाओं से लड़ते हुए मुस्तैदी से

आगे कदम बढाए जा रही हैं लड़कियां

दुनियावालो,स्वागत करो कि अब आहीरही हैं लड़कियां